गाँधी को श्रद्धांजलि : भाई राजेश कुमार

“गांधी जी कभी मेरे आदर्श नही रहे, उनकी कुछ नीतियां, उनके कुछ निर्णय हमेशा से मुझे गलत लगे| लेकिन इन सबके बावजूद उनका अपमान करने की हिम्मत मुझमें आज तक नही हुई| मुझे हमेशा से उनपर गर्व था और आज भी है| गांधी जी इस देश के राष्ट्रपिता यूं ही नहीं कहलाये, इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह है| वह वजह क्या है.. उसकी तालाश आपको अपनी आँखों पर लगी पट्टी हटा कर करनी होगी| वह कितने गलत थे, कब गलत थे.. कितने सही थे, कब सही थे..इसपर आपको हर दृष्टिकोण से अनुसंधान करना होगा| इतिहास की तमाम चीज़े खंगालनी होंगी| प्रत्येक चीज़ों का आंकलन उस वक़्त के आधार पर करना होगा| क्योंकि गांधी जी एक व्यक्ति मात्र तक सीमित नही थे|

गांधी जी की हत्या हुई, और उसका हत्यारा नाथूराम गोडसे था..इस बात को झूठलाया नही जा सकता| गांधी जी के हत्यारे “गोडसे” को अगर आप जस्टिफाई करते है तो आप “अजमल आमिर कसाब” को भी जस्टिफाई करते है और उन्हें भी जिन्होंने “उरी” और “पुलवामा” में हमले किये| आप में से चंद लोग एक ख़ास धर्म और उस धर्म की विचारधारा को उसी तरह बदनाम करने की कोशिश कर रहे है, जिस तरह इस्लाम में हिमायतियों ने इस्लाम को बदनाम कर दिया है| आप यह नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहे है कि हिन्दू गांधी को गलत मानते है और गोडसे को सही| जबकि ऐसा तो बिलकुल भी नही है|

मैं तो कभी कभी सोच में पड़ जाता हूँ की जो लोग अपने देश के राष्ट्रपिता का सम्मान नही कर सकते, वे किस हक़ से मुसलमान पर राष्ट्रगीत न गाने के लिए ऊँगली उठाते है..या उनसे उनकी देशभक्ति का सर्टिफिकेट मांगते है| जब आप गोड्से की माला दिन-रात जप रहे है, तो फिर अफजल व याकूब पे उनके माला-जपने से आपको क्यों समस्या होती है? दोनों तो एक ही बात है| गोड्से को समझने के बजाय, गांधी को समझिये| क्योंकि इस देश की पहचान अगर राम, कृष्ण से है तो गांधी से भी है..न की किसी गोड्से से| गांधी जी ने अगर गलतियां की है, तो वे अपवाद है| चंद अपवादों के सहारे उनकी महानता को कम नही किया जा सकता| गांधी जी सही थे, इसे आप माने या न माने..लेकिन गोड्से गलत था एक अकाट्य सत्य है|

जो आतंक साबित हो चुका है, जिसके लोग गवाह हो चुके है..उस आतंक को हिन्दू धर्म का प्रश्रय न दीजिये| वरना वह दिन दूर नही, जब आतंक के उदहारण के तौर पर गोड्से के जरिये आपको भी इस्लामिक आंतकवाद की तरह कटघरे में खड़ा दिया जाए और आपके पास भी कुतर्को के अलावा कोई जवाब न हो| आज गांधी जी की पुण्यतिथि दिवस पर उन्हें अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित|”

… भाई राजेश कुमार मंगावा की फेसबुक वाल से

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